Punjab by-election: चब्बेवाल सीट से सोहन ठंडल को बीजेपी ने दिया टिकट
Punjab by-election: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चब्बेवाल विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में सोहन सिंह थंडल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। सोहन सिंह थंडल ने गुरुवार को भाजपा में शामिल होने के बाद चब्बेवाल के लिए उम्मीदवार बनने की सूचना दी। इसके साथ ही, उनके बेटे ने भी भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया।
सोहन ठंडल का राजनीतिक सफर
सोहन ठंडल ने महिलपुर और चब्बेवाल विधानसभा क्षेत्रों से चार बार विधायक के रूप में सेवा की है। थंडल के भाजपा में शामिल होने के बाद से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि पार्टी उन्हें चब्बेवाल के लिए उपचुनाव में उम्मीदवार बनाएगी। गुरुवार को होशियारपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश प्रभारी विजय रुपाणी की मौजूदगी में थंडल ने पार्टी में शामिल होने की औपचारिकता पूरी की।
पार्टी में शामिल होने के बाद थंडल का बयान
भाजपा में शामिल होने के बाद, थंडल ने पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) में 40 वर्षों तक काम किया है और सरकार में भी रह चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा हमेशा से उनके सहयोगी रही है। थंडल ने बताया कि वह भाजपा में शामिल होकर खुश हैं और देश तथा पंजाब के हित में कार्य करने का संकल्प लिया है।
शिरोमणि अकाली दल में चल रही विवाद पर थंडल की राय
जब उनसे शिरोमणि अकाली दल में चल रही विवाद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जो लोग अकाली सुधार की लहर चला रहे हैं, उन्हें यह नहीं पता कि वे किस लड़ाई में कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा, “अब वे कह रहे हैं कि सुखबीर बादल सभी समस्याओं के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि सुखबीर बादल पार्टी में कैसे आए, वह विधायक रहे हैं, अध्यक्ष और एसजीपीसी के सदस्य भी रह चुके हैं, ऐसे में वह अपनी जिम्मेदारी से कैसे बच सकते हैं।”
थंडल ने स्पष्ट किया कि वह हमेशा से शिरोमणि अकाली दल और बादल परिवार का सम्मान करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
उपचुनाव की तैयारी
चब्बेवाल विधानसभा सीट का उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भाजपा का यह निर्णय पंजाब में पार्टी के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। सोहन ठंडल के उम्मीदवार बनने से भाजपा को चुनावी मैदान में मजबूती मिल सकती है।
पार्टी के सूत्रों के अनुसार, थंडल की राजनीतिक पृष्ठभूमि और उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें चब्बेवाल से उम्मीदवार बनाया गया है। भाजपा की कोशिश है कि वे अपने उम्मीदवार के माध्यम से पंजाब में एक मजबूत आधार स्थापित करें और मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करें।
पंजाब में भाजपा का बढ़ता प्रभाव
पंजाब में भाजपा का राजनीतिक प्रभाव पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है। पार्टी ने राज्य में कई नए चेहरे सामने लाए हैं और स्थानीय नेताओं को जोड़ने का प्रयास किया है। सोहन ठंडल का भाजपा में शामिल होना और चब्बेवाल से उम्मीदवार बनना इस रणनीति का एक हिस्सा है।
भविष्य की चुनौतियां
हालांकि, थंडल को चब्बेवाल में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस जैसे अन्य दलों के मजबूत राजनीतिक आधार के कारण भाजपा को अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। थंडल को अपनी छवि को भाजपा के अनुकूल बनाने और मतदाताओं को समझाने के लिए काम करना होगा कि वह उनकी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
सोहन सिंह थंडल का भाजपा में शामिल होना और चब्बेवाल सीट से उम्मीदवार बनना पंजाब के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण विकास है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस उपचुनाव में किस प्रकार का प्रदर्शन करती है और थंडल अपनी राजनीतिक यात्रा में कितनी सफलता प्राप्त करते हैं। भाजपा के नेता और कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ इस चुनाव में उतरे हैं, जिससे पार्टी के आधार को और मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा।
इस बीच, थंडल के समर्थक और स्थानीय निवासी उनकी उम्मीदवारी को लेकर उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि थंडल उनके क्षेत्र की समस्याओं को गंभीरता से लेंगे और समाधान की दिशा में कार्य करेंगे।
चब्बेवाल विधानसभा उपचुनाव 2024 की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आ सकता है, और भाजपा के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि वह पंजाब में अपनी पहचान बना सके।